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Vikrant Massey: विक्रांत मैसी ने बदली अपनी राजनीतिक सोच, जानिए क्या है इसकी बड़ी वजह

Vikrant Massey: फिल्म अभिनेता विक्रांत मैसी, जो इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘द सबरमती रिपोर्ट’ को लेकर चर्चा में हैं, ने हाल ही में अपनी राजनीतिक सोच में बदलाव का खुलासा किया। एक समय था जब विक्रांत मैसी बीजेपी के आलोचक थे, लेकिन अब उन्होंने अपनी विचारधारा में बदलाव किया है और एक राजनीतिक पार्टी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने इसके पीछे के कारण भी एक इंटरव्यू में बताए।

बदलती सोच: क्या है कारण?

विक्रांत मैसी ने शंभंकर मिश्रा के पॉडकास्ट में बात करते हुए कहा, “लोग बदलते हैं। मैं वही व्यक्ति नहीं हूं जो 10 साल पहले था। और मुझे उम्मीद है कि 10 साल बाद मैं वही व्यक्ति नहीं रहूंगा। परिवर्तन जीवन का हिस्सा है।” उनका मानना है कि इंसान का दृष्टिकोण समय के साथ बदलता है और यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।

उनका कहना था कि वे अब पहले से अलग तरीके से सोचने लगे हैं, क्योंकि उनका नजरिया देशभर के विभिन्न हिस्सों में जाकर वहां के लोगों से मिलने और खुद चीजों को समझने के बाद बदला है। विक्रांत ने साझा किया कि वे देशभर में यात्रा करते हैं, हजारों लोगों से मिलते हैं, और अब उन्होंने अपनी आंखों से चीजें देखी हैं। पहले जो उन्हें गलत लगता था, अब वह वैसे नहीं लगता। उन्होंने यह भी कहा, “जब आप गांवों में जाते हैं, लोगों से बातचीत करते हैं, और अपने अनुभवों से चीजों को समझते हैं, तो आपको स्थिति को तटस्थ रूप से देखना पड़ता है और दूसरों से प्रभावित नहीं होना चाहिए।”

राजनीतिक दृष्टिकोण में बदलाव

विक्रांत ने अपनी बदलती सोच के बारे में और विस्तार से बताया कि उनके दृष्टिकोण में यह बदलाव उस वक्त आया जब उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर लोगों के विचारों को जाना। पहले वह कुछ चीजों को गलत मानते थे, लेकिन अब उनका दृष्टिकोण बदल चुका है। उन्होंने कहा, “मेरे पास खुद की आंखें और कान हैं, अब मैं चीजों को पहले की तरह नहीं देखता।” उनका यह मानना है कि अब उनकी सोच में बदलाव आया है और चीजें उतनी बुरी नहीं हैं जितनी वह पहले मानते थे।

Vikrant Massey: विक्रांत मैसी ने बदली अपनी राजनीतिक सोच, जानिए क्या है इसकी बड़ी वजह

विक्रांत ने यह भी कहा कि वे अब खुद को शांत रखने की कोशिश करते हैं और किसी की स्थिति को सही तरीके से समझने के बाद ही अपनी राय बनाते हैं। यह बदलाव उनके लिए व्यक्तिगत अनुभवों का नतीजा है, न कि किसी बाहरी प्रभाव का।

फिल्म ‘द सबरमती रिपोर्ट’ का महत्व

विक्रांत मैसी की फिल्म ‘द सबरमती रिपोर्ट’ जल्द ही रिलीज होने वाली है, जो 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस में घटित एक बड़े और दर्दनाक घटना पर आधारित है। फिल्म के निर्देशक धीरज सारना हैं, और इसमें विक्रांत के साथ रश्मि खन्ना, संदीप वेद, नज़नीन पत्नी, प्रिंस कश्यप, और रोहित अमेरिया जैसे कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। फिल्म 15 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

विक्रांत की इस फिल्म का उद्देश्य इस घटनाक्रम को बारीकी से सामने लाना है और दर्शकों को इसकी सच्चाई से रूबरू कराना है। फिल्म में जिस संवेदनशीलता और गहरे विषय को उठाया गया है, वह न केवल देश के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर करेगा।

विक्रांत का परिवर्तन: व्यक्तिगत सोच और समाज की समझ

विक्रांत का यह बदलाव यह दिखाता है कि व्यक्तिगत अनुभव और समाज की सही समझ से किसी का दृष्टिकोण बदल सकता है। वे अब उस व्यक्ति से अलग सोचने लगे हैं, जो कभी राजनीतिक दृष्टिकोण से आलोचनात्मक था। उनका मानना है कि जीवन में बदलाव एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, और यह बदलाव सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि हर पहलू में हो सकता है।

विक्रांत मैसी का यह सफर दर्शाता है कि जब हम खुद को नए अनुभवों के लिए खोलते हैं और विभिन्न विचारों को सुनते हैं, तो हमारा दृष्टिकोण और सोच बदल सकती है। यह बदलाव समाज की बेहतर समझ और एक बेहतर इंसान बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

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